शुक्रवार, 5 जून 2009

आभूषण प्रदर्शनी में खान-पान पर जैन व्यापारी विफरे

मुंबई, मुंबई में प्रति वर्ष होने वाले आभूषण प्रदर्शनी में खान-पान में मांसाहार परोसे जाने को लेकर जैन व्यापारियों रोष में आ रहा है। जात हो कि विगत २५ वर्षों से मुंबई में आयोजित होने वाले इस प्रदर्शिनी का आयोजन इस वर्ष अगस्त में ६ से १० तक होने वाला हैं एवं गत मांसाहार खान-पान को सेवा नहीं दी गई। जब कि विदेशी व्यापारी जो इस प्रदर्शनी में शामिल होते हैं वे मांसाहारी खाने की मांग काफी समय से करते रहते थे। उनकी मांग के कारण ही गत वर्ष जेम्स एण्ड ज्वेलरी शो में मांसाहार खाना उपलब्ध कराया गया था। गोरेगांव पूर्व एन एस ई ग्राउंड में अगस्त में होने जा रहे इस शों में इस वर्ष के खाने की सूची में मांसाहार खान-पान नहीं रखा जाए। इस बात को लेकर जैन व्यापारी विरोध में खडे हो गए हैं। उनका कहना है कि यदि जेम्स एण्ड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन कांउसिल (जी जे ए पी सी) इस इंडियन इंटरनेशनल ज्वेलरी शो (आई.आई.जे.एस) में मांसाहारी खाने पर पींछे नहीं हटता है तो वे आंदोलन करेंगे। लक्ष्मी डायमंड के पार्टनर अशोक गजेरा कहतें है कि चुंकि विदेशी प्रतिभागी मांग तो करते ही रहेंगे लेकिन हम तो अहिंसा केदेश वाले है तो हम क्यों मांसाहार का प्रचार करें। मांसाहार खान-पान के विरोध में संजय शाह जो इंडियन कॅपिटल के एम डी हैं, ने कहा कि शाकाहारी खाने मे भी काफी कुछ है जिसे चीनी मैक्सिको , इटली एवं थाईलैंड के लोग उपयोग करते हैं। नेहरु के पंचशील की बात को उठाते हुए भी काफी जैैन व्यापारियों ने शाकाहार खान-पान का समर्थन करते हुए मांसाहार का विरोध किया है। जिसमें राजेश बजाज के अलावा कई नामी गिरामी आभूषण व्यापारी शामिल हैं।

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